भारतीय बजट के बारे में रोचक तथ्य
भारतीय बजट के बारे में रोचक
तथ्य
(Interesting Facts
About Indian Budget)
- पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के नाम सबसे ज्यादा बार
बजट पेश करने का रिकार्ड है . वित्त मंत्री के तौर पर अपने दो बार के
कार्यकाल में उन्होंने 10 बार बजट पेश किया था . इसके बाद पी. चिदम्बरम (9), प्रणव
मुखर्जी (8), यशवंत सिन्हा (8),
और मनमोहन सिंह (6) के
नाम अधिकतम बजट पेश करने का रिकार्ड है .
- भारत में पहला बजट 7
अप्रैल 1860 को
स्काटलैंड के अर्थशास्त्री और राजनीतिज्ञ जेम्स विल्सन ने ईस्ट इण्डिया कंपनी
की तरफ से पेश किया था . इस कारण जेम्स विल्सन को भारत में बजट पद्यति का जनक
भी माना जाता है .
- जेम्स विल्सन गवर्नर जनरल की कार्यकारिणी में शामिल होने
वाले पहले वित्त सदस्य भी थे .
- जेम्स विल्सन ने साप्ताहिक पत्रिका "द इकॉनोमिस्ट' की
स्थापना की थी .
- स्वतंत्र भारत में पहला बजट 26 नवम्बर
1947 को वित्त मंत्री आर. के. शनमुखम शेट्टी ने पेश किया था .
- जॉन मथाई को वर्ष 1950
में गणतंत्र भारत का पहला
केन्द्रीय बजट पेश करने का गौरव हासिल हुआ था .
- वर्ष 2017 से रेल बजट को केन्द्रीय बजट में मिला दिया गया था . जबकि
2017 तक रेलवे और केन्द्रीय बजट अलग अलग पेश किये जाते थे .
- वर्ष 1955 तक केन्द्रीय बजट अंग्रेजी में पेश किया जाता था लेकिन उस
वर्ष के पश्चात सरकार ने बजट को हिन्दी और अंग्रेजी दोनों में छापने का
निर्णय लिया . 1955-56 का बजट वित्त मंत्री सीडी देशमुख ने बजट हिंदी और
अंग्रेजी दोनों भाषा में पेश किया .
- वर्ष 2019 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पारम्परिक बजट
ब्रीफकेस को छोड़ दिया और उसके स्थान पर रिबन से लिपटे राष्ट्रीय प्रतीक के
साथ एक लाल पैकेट लिया तथा बहीखाते का इस्तेमाल किया .
- इंदिरा गाँधी वर्ष 1970
में बजट पेश करने वाली पहली महिला
वित्त मंत्री थी . 2019 में निर्मला सीतारमण बजट पेश करने वाली दूसरी महिला वित्त
मंत्री थी .
- वर्ष 2020 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया गया
बजट 2 घन्टे 42 मिनट का बजट भाषण था जो अब तक सबसे लम्बा बजट भाषण है .
- 1991 में
वित्त मंत्री के रूप में डॉ. मनमोहन सिंह के बजट भाषण में 18,650 शब्द
थे . यह अब तक का सर्वाधिक शब्द संख्या वाला बजट भाषण है .
- 1977 में
तत्तकालीन वित्त मंत्री हीरूभाई मुलजीभाई पटेल के बजट भाषण में 800 शब्द
थे, जो अब तक का सबसे छोटा शब्द संख्या वाला बजट भाषण है .
- मोरारजी देसाई,
चौधरी चरण सिंह, विश्वनाथ
प्रताप सिंह एवं मनमोहन सिंह देश में चार ऐसे प्रधानमंत्री हुए, जो
वित्त मंत्री पद पर भी कम कर चुके है .
- ब्रिटिश काल में जब बजट पेश करना शुरू किया तो उसके लिये
शाम पांच बजे का समय रखा गया था,
लेकिन वर्ष 1999 से
राजग सरकार के वित्त मंत्री यशवन्त सिन्हा ने बजट पेश करने का समय दिन के 11 बजे
कर दिया . 2000 में पहली बार वित्त मंत्री यशवन्त सिन्हा द्वारा वर्ष
2000-01 का बजट सुबह 11
बजे पेश किया गया .
- 25 फरवरी
1992 में पहली बार रेल बजट और 29
फरवरी 1992 में
सामान्य बजट का टेलीविजन पर प्रसारण शुरू हुआ था .
- बजट को संविधान में वार्षिक वित्तिय विवरण के नाम से अनुच्छेद
112 में केन्द्रीय बजट और अनुच्छेद 202 में राज्य
का बजट के रूप में शामिल किया गया है .
- वर्ष 2021-22
का बजट भारत का पहला पेपर लेस बजट
था, जिसे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया गया
था .
- 21 सितम्बर
2016 को भारत सरकार द्वारा यह निर्णय लिया गया कि रेल बजट को
आम बजट में सम्मिलित कर लिया जाये . इस प्रकार 92 वर्षो
से चली आ रही रेल बजट की प्रथा को समाप्त कर दिया गया . वर्ष
2017-18 में रेल बजट को आम बजट के साथ ही पेश किया गया था .
- हर वर्ष फरवरी के अंत में पेश होने वाला बजट वर्ष 2017-18 का बजट 1 फरवरी 2017 को पेश किया गया . तभी से यह 1 फरवरी
से पेश किया जा रहा है .
- बजट पेश करने की नयी तारीख 1 फरवरी
होने के साथ ही आर्थिक सर्वेक्षण (Economic
Survey) को पेश
करने की तारीख भी बदल कर 31 जनवरी कर दी गयी है .
बजट शब्द - बजट शब्द की उत्पत्ति लातिन भाषा के शब्द बुल्गा से हुई . जिसका अर्थ
होता है चमड़े का थैला . बुल्गा से फ्रांसीसी शब्द बोऊगेट की उत्पत्ति हुई . जिसके
बाद अंग्रेजी शब्द बोगेट अस्तित्व में आया . फिर इससे से बजट शब्द बना .
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