भारत में स्थित दर्रे
भारत में स्थित प्रमुख दर्रा -
(Important Passes in India)
किसी पर्वत या पहाड़ी में स्थित अनुप्रस्थ संकरी द्रोणी (Transverse Narrow Basin) व निकला हुआ भाग जिससे होकर स्थल मार्ग गुजरता है उसे दर्रा (Pass) के नाम से जाना जाता है . प्राचीन काल में जब वर्तमान परिवहन के साधन नहीं थे पर्वतीय या पहाड़ी क्षेत्र एवं भू-आवेष्ठित क्षेत्र के लोग एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए इन संकरे ढलान वाले आवागमन के मार्गो का उपयोग करते थे, जिन्हें दर्रा कहा जाता है . अभी भी पर्वतीय राज्यों में इनका प्रयोग होता है . पर्वतीय भागो में दर्रो को 'ला' कहा जाता है तथा तथा दक्षिण भारत में इन्हें घाट कहा जाता है .
जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख में स्थित दर्रे
1. काराकोरम दर्रा - काराकोरम दर्रा केन्द्र शासित प्रदेश लद्दाख क्मेंषेत्र में काराकोरम पहाड़ियों के मध्य स्थित है . यह भारत का सबसे ऊँचा (5664 मी.) दर्रा है . इस दर्रे से होकर यार कन्द तथा तारिम बेसिन को मार्ग जाता है .
2. चांग ला दर्रा - चांग ला दर्रा केन्द्र शासित प्रदेश लद्दाख में स्थित है . वाहनों के आने-जाने के सन्दर्भ में यह विश्व का तीसरा सर्वोच्च मार्ग प्रदान करता है . 31 अक्टूबर 2019 से पूर्व यह जम्मू-कश्मीर राज्य में स्थित था किन्तु राज्य विभाजन के पश्चात अब यह केन्द्र शासित प्रदेश लद्दाख के अंतर्गत आता है .
3. जोजीला दर्रा - जोजीला दर्रा केन्द्र शासित प्रदेश लद्दाख की जास्कर श्रेणी पर स्थित है . इससे श्रीनगर से लेह को मार्ग जाता है .
4. बुर्जिल दर्रा - बुर्जिल दर्रा केन्द्र शासित प्रदेश लद्दाख में स्थित है तथा यह दर्रा श्रीनगर को गिलगिट से जोड़ता है .
5. पीरपंजाल दर्रा - यह दर्रा केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में स्थित है . इस दर्रे से कुल गाँव से कोठी जाने का मार्ग गुजरता है .
6. बनिहाल दर्रा - यह दर्रा जम्मू-कश्मीर के दक्षिण-पश्चिम में पीर पंजाल श्रेणियों में स्थित है . इस दर्रे से जम्मू से श्रीनगर जाने का मार्ग गुजरता है . जवाहर सुरंग इसी दर्रे पर स्थित है .
हिमाचल प्रदेश में निम्नलिखित दर्रे स्थित है -
1. शिपकीला दर्रा - यह दर्रा हिमाचल प्रदेश के जास्कर श्रेणी में स्थित है . यह दर्रा शिमला को तिब्बत से जोड़ता है . सतलज नदी इसी दर्रे के सहारे भारत में प्रवेश करती है .
2. रोहतांग दर्रा - रोहतांग दर्रा हिमाचल प्रदेश राज्य में कुल्लू घाटी और लाहौल-स्पीति घाटियों के बीच स्थित है . हिमाचल प्रदेश को लद्दाख से जोड़ने वाला मनाली-लेह राजमार्ग इसी दर्रे से होकर गुजरता है . इस दर्रे की ऊंचाई 4631 किमी. है . अटल टनल इसी दर्रे के नीचे से होकर बनायीं गयी है .
3. बड़ोलाचाला दर्रा - यह दर्रा हिमाचल प्रदेश की जास्कर पहाड़ियों में स्थित है तथा यह दर्रा लेह (लद्दाख) और मंडी (हिमाचल प्रदेश) के बीच मार्ग जोड़ता है .
4. देब्सा दर्रा - यह दर्रा हिमाचल प्रदेश स्थित कुल्लू को स्पीति से जोड़ता है .
उत्तराखण्ड में स्थित दर्रे -
उत्तराखण्ड राज्य में स्थित प्रमुख दर्रे इस प्रकार है -
1. माणा दर्रा - यह दर्रा उत्तराखण्ड की कुमायूं पहाड़ियों में स्थित है . इस दर्रे को डूंगरी ला भी कहा जाता है .
2. नीति दर्रा - यह दर्रा उत्तराखण्ड के कुमायूँ में स्थित है तथा यह तिब्बत स्थित मानसरोवर और कैलाश पर्वत जाने के लिए रास्ता प्रदान करता है .
3. लिपू लेख - यह दर्रा उत्तराखण्ड के कुमायूँ क्षेत्र को तिब्बत के तकलाकोट से जोड़ता है . 1962 के बाद यह प्रथम व्यापार मार्ग था, जिसे 1962 में खोला गया था .
4. थांगला दर्रा - यह दर्रा उत्तरकाशी से तिब्बत को मार्ग प्रदान करता है .
5. मुलिंग ला दर्रा - यह दर्रा भी उत्तरकाशी से तिब्बत को मार्ग प्रदान करता है .
उत्तराखण्ड में स्थित अन्य दर्रे है - बाराहोती दर्रा, मानस्या धुरा, ट्रेल पास एवं किंगरी बिंगरी आदि .
सिक्किम में स्थित दर्रे -
1. नाथूला दर्रा - नाथूला दर्रा सिक्किम के डोगेक्या श्रेणी में स्थित है . यह दर्रा 1962 में भारत-चीन के मध्य हुए युद्ध में सामरिक महत्व के कारण चर्चा में रहा . इस दर्रे से भारत और चीन के मध्य प्राचीन काल से व्यापार होता रहा है तथा प्राचीन रेशम मार्ग इसी दर्रे में स्थित है . भारत-चीन युद्ध के बाद 1962 में इस दर्रे को बन्द कर दिया गया जिसे 2006 में पुन: व्यापार हेतु खोला गया . चुम्बी घाटी इसी दर्रे में स्थित है . यह दार्जलिंग तथा चुम्बी घाटी होकर तिब्बत जाने का मार्ग प्रदान करता है .
2. डोंकिया दर्रा - यह दर्रा सिक्किम राज्य में स्थित है . इस दर्रे के निकट चोलम झील स्थित है, जो भारत की सर्वोच्च अवस्थिति वाली झील है .
3. जौलेप्ला दर्रा - सिक्किम में स्थित इस दर्रे का सामरिक महत्व है . इस दर्रे से नाथूला, दार्जलिंग और चुम्बी घाटी होकर तिब्बत जाने का मार्ग है .
अरुणाचल प्रदेश में स्थित दर्रे -
1. बोमिडला दर्रा - बोमिडला दर्रा अरुणाचल प्रदेश के उत्तर-पश्चिम भाग में स्थित है . इस दर्रे से तवांग घाटी से होकर तिब्बत के लिए मार्ग जाता है .
2. यांग्याप दर्रा - यह दर्रा अरुणाचल प्रदेश के उत्तर-पूर्व में स्थित है . इस दर्रे के पास ही ब्रह्मपुत्र नदी भारत में प्रवेश करती है . इस दर्रे से चीन के लिए भी मार्ग जाता है .
3. दिन्फू दर्रा - यह दर्रा अरुणाचल प्रदेश के पूर्व में म्यांमार तथा चीन की सीमा पर स्थित है .
4. पांग सांड दर्रा - यह दर्रा अरुणाचल प्रदेश के दक्षिण-पूर्व में म्यांमार सीमा पर स्थित है .
मणिपुर में स्थित दर्रे -
तुजु दर्रा - तुजु दर्रा मणिपुर राज्य के दक्षिण-पूर्व में स्थित है . इस दर्रे से इम्फाल से तामू और म्यांमार जाने का मार्ग गुजरता है .
केरल राज्य में स्थित दर्रे -
पालघाट दर्रा - पालघाट दर्रा केरल के मध्य पूर्व में स्थित है . इसकी ऊंचाई 305 किमी. है . यह दर्रा नीलगिरि एवं अन्नामलाई पहाड़ी के मध्य स्थित है .
सेन कोट्टा गैप - सेन कोट्टा दर्रा केरल राज्य में इलायची पहाड़ी पर स्थित है . यह दर्रा केरल को तमिलनाडु राज्य से जोड़ता है .
मध्य प्रदेश राज्य में स्थित दर्रा -
बुरहानपुर दर्रा - मध्य प्रदेश राज्य में स्थित यह दर्रा रेल तथा सुरंग मार्ग हेतु सतपुड़ा पहाड़ी का संकीर्ण मार्ग है .
महाराष्ट्र में स्थित दर्रे -
भोरघाट - भोर घाट दर्रा महाराष्ट्र राज्य के पश्चिमी घाट श्रेणियों में स्थित है . यह दर्रा मुम्बई-पुणे को सड़क तथा रेलमार्ग से जोड़ता है .
थाल घाट - थाल घाट दर्रा महाराष्ट्र राज्य के पश्चिमी घाट श्रेणियों में स्थित है . यह 583 मी. ऊँचा है . यह प्रायद्वीपीय भारत का प्रमुख दर्रा है, जिससे होकर मुम्बई के लिए सड़क व रेलवे मार्ग गुजरते है .
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