ज्वालामुखी ( Volcano )
ज्वालामुखी ( Volcano )
ज्वालामुखी का अर्थ
उस छिद्र (opening) अथवा दरार (Rapture) से होता है जिसका
संबंध पृथ्वी के आंतरिक भाग से होता ,और जिसके माध्यम से तप्त गेस , तरल लावा , राख जलवाष्प एवं चट्टानों आदि का निर्गमन होता है ।
ज्वालामुखी क्रिया
के अंतर्गत मेग्मा के निकलने से ले कर या उसके अंन्दर विभिन रूपो मे इसके ठंडा
होने की प्रक्रिया शामिल की जाती है ।
ज्वालामुखी से निकले वाले पदार्थ
ज्वालामुखी उद्भेदन के समय सर्वप्रथम गैंसे, एवं जलवाष्प बाहर आते है I इसमें जलवाष्प की मात्रा सर्वाधिक 60-90% तक होती है जबकि गैसों में कार्बन डाई ऑक्साइड, नाइट्रोजन एवं सल्फर डाई ऑक्साइड आदि प्रमुख गैसे है I
2. विखण्डित पदार्थ –
ज्वालामुखी उद्गार के समय निम्नलिखित विखंडित पदार्थ बाहर आते है -
1. टफ - धूल एवं राख से बने चट्टानी टुकड़े, इन्हें टफ कहते है I
2. लेपिली - मटर के दाने के आकार वाले चट्टानी टुकड़े I
3. बॉम्ब - कुछ इंच से लेकर कई फिट तक के व्यास वाले चट्टानी टुकड़े I
4. ब्रेसिया - अपेक्षाकृत बड़े व्यास वाले चट्टानी टुकड़े I
3.लावा (lava)
ज्वालामुखी उद्गार के समय भूगर्भ में स्थित तरल पदार्थ को मैग्मा (Megma) कहते है I जब मैग्मा धरातल पर बाहर आता है, तो उसे लावा कहा जाता है I धरातल पर लावा के ठंडा होकर जमने के बाद वह आग्नेय चट्टान का रूप धारण कर लेता है l
सिलिका के आधार पर लावा दो प्रकार का होता है -
1. एसिड लावा - अत्यंत गाढ़ा एवं चिपचिपा होता है l सिलिका के मात्रा अधिक होती है l धरातल पर इधर-उधर ना फ़ैल कर एक ही जगह एकत्र हो कर शंकु का रूप धारण कर लेता है l उदहारण - इटली का स्ट्राम्बोली ज्वालामुखी l
2. बेसिक लावा - इसमें लावा की मात्रा कम होती है l यह धरातल पर शीघ्रता से फ़ैल जाता है, अत: इससे चपटा या शील्ड शंकु का निर्माण होता है l उदहारण के लिए हवाई द्वीप का मोनालोआ ज्वालामुखी l
NOTE:-ज्वालामुखी को पृथ्वी का सुरक्षा कवच (Safety valve of the Earth) कहा जाता है l
ज्वालामुखी के अंग
लावा जब ज्वालामुखी छिद्र के चारो तरफ क्रमशः जमा होने लगता है तो
ज्वालामुखी शंकु ( Volcanic Cone } का निर्माण होता है . जब जमाव अधिक हो जाता है
और शंकु काफी बड़ा हो जाता है तथा पर्वत का रूप धारण कर लेता है, तो उस शंकु को
ज्वालामुखी पर्वत ( Volcanic Mountain ) कहा जाता है . इस पर्वत के ऊपर लगभग बीच
में एक छिद्र होता है, जिसे ज्वालामुखी छिद्र ( Volcanic Vent ) कहते है . इस
छिद्र का धरातल के नीचे भूगर्भ से सम्बन्ध एक पतली नली से होता है . इस नली को
ज्वालामुखी नली ( Volcanic Pipe ) कहते है . जब ज्वालामुखी का छिद्र विस्तृत हो
जाता है तो उसे ज्वालामुखी का मुख ( Volcanic Crater ) कहा जाता है . जब अधिक
उद्भेदन से ज्वालामुखी के मुख का विस्तार अत्याधिक हो जाता है तो उसे काल्डेरा (
Caldera ) कहते है .
ज्वालामुखी के प्रकार
विभिन्न अधारो पर ज्वालामुखी को निम्नलिखित प्रकार से वर्गीकृत किया
गया है –
1. सक्रियता के आधार पर
2. उद्गार के आधार पर
सक्रियता के आधार पर – ज्वालामुखी उद्गारो के बीच अवकाश के आधार पर ज्वालामुखी को तीन श्रेणियों में विभक्त किया गया है –
A. सक्रिय ज्वालामुखी (Active Volcano) - ऐसे ज्वालामुखी जिनके मुख से सदैव धूल, धुआं, वाष्प, गैस, राख चट्टानखण्ड एवं लावा आदि बहार निकलते रहते है . सक्रिय ज्वालामुखी कहलाते है . वर्तमान में इनकी संख्या 500 से अधिक है .
विश्व के कुछ प्रमुख सक्रिय ज्वालामुखी इस प्रकार है -
1. माउंट एटना – सिसली (इटली)
2. स्ट्रांबोली – लेपारी द्वीप (भूमध्य सागर)
3.कोटोपैक्सी - एक्वेडोर
4.बेरन – अंडमान एवं निकोबार, भारत
5.मोनालोवा - हवाई द्वीप
6.माउंट एरेबस - अन्टार्कटिका
7. किलायु – हवाई द्वीप
8. लांगिला – पापुआ न्यूगिनी
9. बगाना - पापुआ न्यूगिनी
10. समेरु – इंडोनेशिया
11. मेरापी – इंडोनेशिया
12. यासुर – वनुआतु
13. ओजस-डल-सलाडो – अर्जेंटीना एवं चिली
14. कोलिमा – मैक्सिको
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B. प्रसुप्त ज्वालामुखी (Dormant Volcano) - ऐसे ज्वालामुखी जिसमे निकट अतीत में उद्गार नहीं हुआ है, लेकिन जिसमे कभी भी उद्गार हो सकता है . प्रसुप्त ज्वालामुखी कहलाते है .ये इस प्रकार है -
1.विसुवियस (इटली)
2.फ्यूजियामा (जापान)
3.क्राकाटोआ (इंडोनेशिया)
4.नारकोंडम (भारत)
C. शांत ज्वालामुखी (Extinet Volcano)- ऐसे ज्वालामुखी जिनमे एतिहासिक काल से कोई उद्गार नहीं हुआ है और ना ही अब होने की कोई सम्भावना है l इन्हें शान्त या मृत ज्वालामुखी कहते है l ये इस प्रकार है -
1.कोह सुल्तान (ईरान)
2.देवबंद (ईरान)
3.चिंबराजों (एक्वेडोर)
4. पोपा (म्यांमर)
5. माउन्ट एकांगागुआ ( एंडीस पर्वत )
6. किलिमंजारो ( तंजानिया )
NOTE:-हवाई द्वीप मे स्थित किलायु ज्वालामुखी को SMILING VOLCANO के नाम से जाना जाता है ।
1.स्ट्रांबोली ज्वालामुखी को भूमध्य सागर का प्रकाश स्तम्भ (light house of the Mediterranean Sea) कहा जाता है ।
2.पीलियान प्रकार के ज्वालामुखी सबसे खतरनाक एवं विनाशकारी ज्वालामुखी होते है।
3.एक्वेडोर का कोटोपेक्सी ज्वालामुखी विश्व का सबसे उच्चा ज्वालामुखी है (5897mt.) ।
4.प्रशांत महासागर के चारो तरफ तटीय भाग मे ज्वालामुखी की सर्वाधिक शंख्या पायी जाती है इसलिए इस भाग को प्रशांत
महासागर का अग्नि वलय (Fire Ring Of The Pacific) कहा जाता है ।
5. विश्व के ज्वालामुखी का लगबग 2/3 भाग प्रशांत महासागर के दोनों तटीय भागो एवं द्वीपो के सहारे ही पाया जाता है ।
6. विश्व का सर्वाधिक उच्चाई पर स्थित ज्वालामुखी अर्जेन्टीना और चिली की सीमा पर स्थित का ओजस –डल –सलदों है । (6685mt.)
7. ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप मे एक भी ज्वालामुखी नहीं
पाया जाता है ।
8. विश्व का सर्वाधिक उचाई पर स्थित मृत ज्वालामुखी माउन्ट एकांकागुआ है l
ज्वालामुखी का विश्व वितरण
विश्व के लगभग 80% ज्वालामुखी विनाशात्मक प्लेट किनारों के सहारें पायें जाते है जबकि 15% ज्वालामुखी रचनात्मक प्लेट किनारों के सहारे पाये जाते है l इसके आलावा कुछ ज्वालामुखियों का उद्भेदन आन्तरिक भाग (Intra Plate Region) में भी होता है l
ज्वालामुखी को उनके वितरण के आधार पर चार भागो में बाटा जा सकता है, जो इस प्रकार है -
1. परिप्रशांत महासागरीय मेखला ( Circum Pacific Belt )
प्रशान्त महासागर के चारो ओर तटीय भागो एवं उसमे स्थित द्वीपों में सर्वाधिक संख्या में ज्वालामुखी पायें जाते है यहाँ विनाशात्मक प्लेट किनारों के सहारे ज्वालामुखी पायें जाते है विश्व के सम्पूर्ण ज्वालामुखियों का लगभग 2/3 भाग प्रशान्त महासागर के दोनों तटीय भागो द्वीप चापो एवं समुद्री द्वीपों के सहारे पाया जाता है l इस लिए इस क्षेत्र को प्रशान्त महासागर का ज्वाला वृत्त या अग्नि वलय ( Fire Ring of Pacific ) कहा जाता है l
2. मध्य महाद्वीपीय पेटी ( Mid-Continental Belt )
यह यूरेशिया महाद्वीप के मध्यवर्ती भागो में नवीन वलित पर्वतो के सहारे पूर्व से पश्चिम फैली हुई है l
3. मध्य अटलांटिक मेखला ( Mid-Atlantic Belt )
4. अंतरा प्लेट ज्वालामुखी ( Intraplate Volcano )
विश्व के प्रमुख ज्वालामुखी (Volcanoes in the World)
नाम स्थिति
1.मेयाना– फिलिपींस
2.लाकी – आइसलैंड
3.माउंट ताल- फिलीपींस
4.शास्ता- स॰रा॰अमेरिका
5.रेनियर – स॰रा॰अमेरिका
6.हुड़ – स॰रा॰अमेरिका
7.कट्टमई – अलस्का (USA )
8.एलबुर्ज- जॉर्जिया
9.किलिंजारो- तंजानिया
10.मोनालोया- हवाई द्वीप
11. पिनाटुबों- फिलीपींस
12. सेंटहेलेन् – स. रा. अमेरिका
13. समेरु – इंडोनेशिया
14. मेरापी – इंडोनेशिया
15. किलायु – हवाई द्वीप
16. कोलिमा – मैक्सिको
17. हेकला – आइसलैंड
18. असामा – जापान
19. पकाया – ग्वाटेमाला
20. लांगिला – पापुआ न्यूगिनी




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